एक सवाल
क्या एक दिन यह शहर बेगाना हो जाएगा
जब मुश्किल से यहाँ मेरा आना जाना हो पायेगा
याद आएँगे यहाँ के परिंदे और फ़िज़ा
रिमझिम बारिश की बूंदे और ठंडी हवा
सुनहरी अमलतास के पंखुडिओ का मेरे राहो पर गिर जाना
नीलकंठ और बगुले का झील में डुबकी लगाना
खिड़की से मेरी आया एक जवाब
दिखते एक सुनहरा खाव्ब
चाँद भी यही होगा, भीनी हवा भी होगी ऐसी
यही सूरज ढलता उगता दिखेगा नए शहर से
होंगे वहाँ कुछ नवीन किस्से
साक्षी भाव बस रखना हर जगह
चाहे रहो यहाँ या वहाँ।
सृष्टि सिंह
#alsnapowrimo2023 #day7
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